जालंधर सिविल अस्पताल में रविवार रात 3 मरीजों की मौत हो गई। ऑक्सीजन प्लांट में अचानक खराबी आ गई। जिसके कारण ऑक्सीजन की सप्लाई में कमी हो गई और उसके कुछ देर बाद 3 मरीजों की मौत हो गई। अब इस घटना के बाद जालंधर और पंजाब की सियासत गर्मा गई है। क्योंकि विपक्षी पार्टियों ने सरकार को इस घटना के बाद आड़े हाथ लिया है।
सरकार का काम पर ध्यान नहीं - परगट सिंह
कैंट हलके से कांग्रेस विधायक परगट सिंह ने कहा कि सरकार का पब्लिसिटी की तरफ पूरा ध्यान है, पर काम की तरफ ध्यान नहीं है। सरकार कहती है कि हम एजुकेशन और हेल्थ डिपार्टमेंट में काम करते हैं, पर इन दोनों डिपार्टमेंट का ही जुलूस निकला हुआ है। इस मामले में जिसकी भी लापरवाही है उसे सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए।
सरकार प्राइवेट को बढ़ावा दे रही है - बावा हैनरी
वहीं नॉर्थ हलके के कांग्रेसी विधायक बावा हैनरी ने कहा कि पंजाब की सबसे बड़ी त्रासदी यह है कि अगर कोई दुर्घटना हो जाती है, हम सिर्फ उस पर बात ही करते हैं। जब यह सरकार बनी है तब से सबसे बड़ी गिरावट जो आई है वह प्लानिंग में आई है। सरकार प्राइवेट को बढ़ावा दे रही, जिसका नतीजा हम देख चुके हैं।
सरकार के सिस्टम में कई खामियां हैं - सुशील रिंकू
पूर्व सांसद व भाजपा नेता सुशील रिंकू ने कहा कि सिस्टम में काफी खामियां हैं, जिन्हें दूर करना चाहिए। पर सरकार का लक्ष्य कुछ और दूसरे नेताओं पर केस दर्ज कराना, विरोधियों को जेल में डालना, बदला लेने की राजनीति उस पर आम आदमी पार्टी की सरकार काम कर रही है। अगर जरूरत पड़ी तो स्टेट लेवल पर संघर्ष करके पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाया जाएगा।
यह सरकारी सिस्टम का फेल्य है - सुशील कुमार
वहीं भाजपा जिलाध्यक्ष सुशील कुमार का कहना है कि सिस्टम में जो खामियां थी उन्हें दुरुस्त ही नहीं किया गया। अगर प्री चैकिंग की गई होती तो यह घटना नहीं होगी। यह सरकार के सिस्टम का फेल्यर है। सरकार सिस्टम को सुचारु रूप से चलाने में ही फेल रही है। हम परिवार को न्याय दिलाने तक चंडीगढ़ तक जाएंगे।
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