वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा, राज्य सरकार पंजाब की खेल विरासत को पुनर्जीवित करने के लिए वचनबद्ध
-वित्त मंत्री ने सुरजीत हॉकी सोसायटी को 50 लाख रुपये देने का ऐलान किया
- 1975 हॉकी वर्ल्ड कप विजेता भारतीय टीम के 10 खिलाड़ियों को सम्मानित किया
जालंधर, 26 अक्तूबर ( सोनू बाई) : पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जमीनी स्तर पर खेल संस्कृति को मजबूत करने के लिए किए जा रहे सक्रिय प्रयासों के कारण पंजाब देश के लिए खेल केंद्र के तौर पर उभर रहा है।
डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल के साथ 41वें इंडियन ऑयल सर्वो सुरजीत हॉकी टूर्नामेंट के फाइनल मैच की अध्यक्षता करते हुए वित्त मंत्री ने पंजाब के खेल बुनियादी ढांचे को और मजबूत करने के लिए पंजाब सरकार की वचनबद्धता दोहराई। फाइनल मैच भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड की टीमों के बीच खेला गया।
इस मौके सभा को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री ने पंजाब की गौरवशाली खेल संस्कृति के बारे में बताया और खेलों को राज्य के कोने- कोने तक पहुंचाने और विशेष तौर पर उन्होंने खेलों की संभाल पर जोर दिया, जो लंबे समय से इस क्षेत्र की पहचान बनी हुई है।
वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने पंजाब सरकार द्वारा आयोजित 'खेडां वतन पंजाब दीया' का जिक्र करते हुए इन खेलों को प्रत्येक आयु वर्ग के खिलाडियों द्वारा शिरकत की गई, जिससे पंजाब के खेल क्षेत्र में एक नया अध्याय जुड़ा है। उन्होंने कहा कि खेल को जीवन का अभिन्न अंग बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे गांव हमेशा से प्राचीन खेलों के समर्थक रहे है और अब इस विरासत को आगे बढ़ाने का समय है।
इस दौरान पंजाब सरकार द्वारा वित्त मंत्री ने अपने विवेकाधीन कोष से ओलंपियन सुरजीत सिंह रंधावा की याद में ओलंपियन सुरजीत हॉकी सोसायटी को हॉकी को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे प्रयासों में तेजी लाने के लिए 50 लाख रुपये देने की घोषणा की।उन्होंने कहा कि स्वर्गीय सुरजीत सिंह 1975 विश्व कप विजेता टीम के भी सदस्य थे। 7 जनवरी 1984 को एक दुखद सड़क दुर्घटना में महान भारतीय हॉकी प्रसिद्ध फुलबैक सुरजीत सिंह ने इस दुनिया को हमेशा के लिए छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि इस महान खिलाड़ी की याद में बनी सुरजीत हॉकी सोसायटी पिछले 41 वर्षो से हॉकी खेल की सेवा कर रही है, जिसके लिए सोसायटी के पदाधिकारी प्रशंसा के योग्य है।
उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि भारतीय हॉकी टीम ने इस बार पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीता। इस टीम में कप्तान समेत 10 खिलाड़ी पंजाब के थे। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान जी के नेतृत्व वाली सरकार ने प्रत्येक हॉकी खिलाड़ी को 1-1 करोड़ रुपये दिए। इसके अलावा पूर्व में 9 हॉकी खिलाड़ियों को पी.सी.एस और डी.एस.पी की नौकरी दी गई।
वित्त मंत्री ने कहा कि 1975 हॉकी विश्व कप विजेता भारतीय टीम के खिलाड़ी गौरवान्वित महसूस कर रहे है। उन्होंने कहा कि टीम के कप्तान पदम श्री अजीत पाल सिंह, ब्रिगेडियर हरचरण सिंह, अशोक कुमार ध्यानचंद, असलम शेर खान, बीपी गोविंदा, एच.जे.एस. चिमनी, पी सी कलहिया, ओंकार सिंह और लैजली फर्नांडेज ने आज इस टूर्नामेंट में पहुंचकर हॉकी को गौरान्वित किया है।
उन्होंने टीमों के खिलाड़ियों से परिचय भी किया। इससे पहले पंजाबी गायक जसबीर जस्सी ने दर्शकों का मनोरंजन किया।
सुरजीत हॉकी सोसायटी के अध्यक्ष और डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल ने मुख्य अतिथि और 1975 हॉकी विश्व कप विजेता भारतीय टीम के खिलाड़ियों सहित दर्शकों का स्वागत किया।
इस अवसर पर अन्यों के अलावा चेयरमैन मिल्कफैड नरिंदर सिंह शेरगिल, चेयरमैन जिला योजना समिति अमृतपाल सिंह, चेयरमैन पंजाब एग्री एक्सपोर्ट कॉरपोरेशन लिमिटेड मंगल सिंह, सीनियर आप नेता दीपक बाली, राजविंदर कौर थियाडा, पवन कुमार टीनू, एन.आर.आई. अमोलक सिंह गाखल, अन्य कार्यालय समाज के पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में खेल प्रेमी उपस्थित थे।
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