इंडस्ट्री की पेमेंट फंसने का डर : नितिन कोहली
नेपाल के खरीदारों ने आर्डर करवाए होल्ड
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जालंधर (राजन) : नेपाल में जेनरेशन जेड आंदोलन के कारण हालात बेकाबू हो चुके हैं। हिंसा के कारण सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। देश में कानून और संविधान की धज्जियां उड़ गई है। नेपाल में हो रहे नुकसान को लेकर जालंधर इंडस्ट्री के कारोबार पर असर पड़ना तय है। खेल इंडस्ट्री के साथ-साथ पाइप फिटिंग, बाथ फिटिंग के उत्पाद भेजे जाते हैं। जालंधर खेल इंडस्ट्री की बात करें तो छह करोड़ के करीब पेमेंट नेपाल खरीदारों से लेनी है। फिलहाल नेपाल खरीदारों ने अभी आर्डर न भेजने की बात कही है। वहीं, खेल इंडस्ट्री ने भी नेपाल के हालात पर नजर रखे हुए हैं। हालात सामान्य नहीं होते है तो कारोबार करना मुश्किल हो जाएगा। कई खरीदारों ने अभी पेमेंट न देने की बात रही है। जालंधर खेल इंडस्ट्री की बात करें तो प्रतिवर्ष 25 से 30 करोड़ का कारोबार करती है। जिम क्विपमेंट के उत्पाद को जोड़ लें तो 40 से 45 करोड़ रुपये तक पहुंच जाता है। खेल इंडस्ट्री ने हिंसा से पहले उत्पाद भेजे गए थे। उनकी पेमेंट का इंतजार कर रहे हैं। पेमेंट न आना भी एक डर बना हुआ है
अन्य इंडस्ट्री भी होती हैं प्रभावितः नितिन कोहली
स्पोर्ट्स एंड टाय एक्सपोर्टर एसोसिएशन के प्रधान नितिन कोहली ने बताया कि खेल इंडस्ट्री के साथ-साथ अन्य इंडस्ट्री का कारोबार भी प्रभावित होता है। फिलहाल नेपाल से मिले आर्डर को भी होल्ड कर लिया है। स्थिति सही होने के बाद आर्डर को भेजा जाएगा। खरीदारों ने भी आर्डर को होल्ड करने के लिए कहा है। जालंधर की कई इंडस्ट्री के उत्पाद नेपाल भेजे जाते है।
छह से सात करोड़ फंसी है पेमेंटः सुमित शर्मा
स्पोर्ट्स एंड टाय एक्सपोर्टर एसोसिएशन के चेयरमैन सुमित शर्मा ने बताया कि हर वर्ष खेल गुड्स व जिम क्विपमेंट को मिलाकर 40 करोड़ से अधिक का कारोबार होता है। छह से सात करोड़ इंडस्ट्री की पेमेंट फसी हुई है जोकि नेपाल के खरीदारों से लेनी है। अभी खरीदारों ने थोड़ा रुकने के लिए कहा है। हालात स्थिर होने के बाद पेमेट करने की बात कही जा रही है।
हिंसा का असर खेल इंडस्ट्री पर पड़ना तय : अमित शर्मा
स्पार्टन स्पोर्ट्स के एमडी अमित शर्मा ने बताया कि नेपाल में खेल गुड्स भेजे जाते हैं। खरीदारों को मेरठ व जालंधर के खेल उत्पाद में विश्वास है। जालघर इंडस्ट्री का रुख भी करते है। नेपाल में हुई हिंसा का असर खेल इंडस्ट्री पर पड़ना तय है। आर्डर न मिलने के साथ-साथ पेमेंट फंसने का डर बना हुआ है। हालात स्थिर होने के बाद आर्डर की स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
खरीदारों ने स्वयं उत्पाद न भेजने की बात कही: संजीव
जालंधर ट्रेडर्स मैन्यूफैक्चर्स एसोसिएशन के प्रधान संजीव ढीगरा ने बताया कि स्वयं की बाथ फिटिंग इंडस्ट्री नेपाल के साथ कारोबार करती है। इंडस्ट्री से तैयार होने वाले उत्पाद नेपाल भेजे जाते हैं। वहा की स्थिति को देखते हुए नेपाल के आर्डर को रोका गया है। खरीदार बीस से तीस फीसद आर्डर की पेमेंट कर चुके है। हालात स्थिर होने के बाद उत्पाद भेजे जाएंगे।
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